भारत ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए चिप आधारित ई-पासपोर्ट लांच किया है। भारत सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अंतरराष्ट्रीय यात्रा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूरे देश में चिप आधारित पासपोर्ट शुरू किए हैं।
ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट एक चिप आधारित पासपोर्ट है। जिसमे आपकी सभी जानकारी जैसे आपके बायोमेट्रिक की जानकारी, डिजिटल सिग्नेचर, Face डाटा सब कुछ एक चिप में स्टोर होगा। यह पासपोर्ट का नया अपडेट है।
1 अप्रैल 2025 से भारत में जितने भी पासपोर्ट नए बनाये जा रहे है सब ई-पासपोर्ट ही है।
जो पुराना पासपोर्ट होता था उसमें आपकी सारी इनफार्मेशन पासपोर्ट पर लिखी हुई होती थी लेकिन नया ई-पासपोर्ट में आपकी सारी जानकारी है एक चिप के अंदर स्टोर होगी।
जहां पर आपका पासपोर्ट वेरीफाई होगा जो अथॉरिटी वेरीफाई करेगी जब वह आपके पास को के चिप को स्कैन करेगी तो आपकी सारी इनफार्मेशन उनके कंप्यूटर में आ जाएगी।
यानी अब कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसके पास पासपोर्ट के चिप को स्कैन करने की मशीन नहीं है वह आपका पासपोर्ट से आपकी जानकारी नहीं जान पाएगा।
ई-पासपोर्ट (e-Passport) की पहचान
अगर किसी पासपोर्ट पर चिप का सिंबल बना हुआ है तो वह ई-पासपोर्ट होगा। चिप का सिम्बल कैसा होगा आप निचे दिए गए इमेज में देख सकते हैं।

पासपोर्ट और ई-पासपोर्ट (e-Passport) में क्या अंतर होता है?
नार्मल पासपोर्ट पर किसी भी प्रकार का चिप का सिम्बल नहीं बना हुआ है जबकि ई-पासपोर्ट पासपोर्ट पर चिप का सिंबल बना हुआ है।
नार्मल पासपोर्ट में आपकी सभी जानकारी पासपोर्ट पर लिखी हुई होगी लेकिन ई-पासपोर्ट में आपकी सभी जानकारी चिप में स्टोर होगी और स्कैन करने पर ही दिखाई देगी।
FAQ
भारत में ई-पासपोर्ट बनना कब से शुरू हुआ है?
1 अप्रैल 2025